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​समाचार

यूनियन के बारे में अखबार और पत्रिकाओं में 

न्यूनतम व् मनरेगा मजदूरी छह सौ रूपए प्रतिदिन मिले

14 February 2021

चांग गेट पर मंगलवार को राजथान असंगठत मजर यूनयन और मजर कसान श संगठन
से जुड़े मजर ने धूमधाम से नरेगा दवस मनाया। 2 फरवरी 2006 से नरेगा कानून लाग कया गया था। जिसे लागू हुए 15 वष का समय हो गया लेकन जो समस्यायें इसके शुरुआती दौर में थी वह आज भी
बनी हुई है।

किसान आंदोलन के समर्नथ में किसान ट्रेक्टर समर्थन यात्रा

8 January 2021

मजदूर किसान शक्ति संगठन और राजथान असंगठत मजदूर यूनयन कि ओर से दिल्ली के विभिन बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन समर्थन में राजसमंद जिले के भीम के सब्जी मंडी से किसान ट्रेक्टर यात्रा कि शुरुआत हुई |

जयपुर: वंचितों को अधिकार दिलाने की मांग, जन संगठनों का प्रदर्शन

1 June 2020

विभिन्न जन संगठनों की ओर से 1 जून को राष्ट्रीय शोक एवं आक्रोश दिवस के रूप में मनाया गया. संगठनों ने लॉक डाउन के दौरान बेरोजगार हुए श्रमिकों रोजगार रोजी रोटी दिलाने सहित अन्य प्रबंध करने की मांग की है. इस संबंध में जिला कलेक्टर के जरिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है. जन संगठनों की ओर से ज्ञापन में मजदूरों को लेकर किए गए कार्यों में रही खामियों की ओर ध्यान दिलाने के साथ ही कुछ सुझाव भी दिए गए हैं.

Coronavirus lockdown | Workers’ rights group demands employment guarantee for every adult

1 May 2020

Formed at Ajmer district’s Jawaja village in 2017, the RAMU — representing the unorganised labourers — was registered by the State government under the Trade Union Act, 1926, in June 2018. The union has established two fronts for rural workers, mainly comprising MGNREGA labourers, and street vendors.

Social activist Nikhil Dey said the present crisis of livelihood had necessitated the enactment of a legislation on the urban employment guarantee, as very limited livelihood opportunities would be available even in the cities after the lifting of lockdown. “Even earlier, the employment scenario was not very encouraging in the cities... It is going to worsen now.”

प्रवासी मजदूर यहां नहीं किसी का वोटबैंक, इसलिए सामान की तरह रख दिया कार पार्किंग में

20 April 2020

राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन के पदाधिकारी मुकेश ने बताया कि उन्होंने दर्जन भर से ज्यादा कैंपों का दौरा किया तो पाया कि यहां बहुत ही खराब हालत है। कैंपों के हालात जेल से भी बदतर है। वहां मजदूरों को किसी तरह की सुविधा देना तो दूर पीने के लिये साफ पानी तक नहीं है। उन्होंने बताया कि उसी टैंकर के पानी को पीना पड़ रहा है और इसी टैंकर के पानी से शौच के हाथ आदि साफ करते हैं। गर्मी होने के बाद भी रात में यहां पंखे नहीं चलाए जा रहे हैं। इस वजह से मजदूरों को रात भर जागना पड़ रहा है।

Lockdown: Ajmer Dargah Management Seeks Centre, State Govt's Help to Transport Stranded Devotees to Their Homes

19 April 2020

In a joint letter, Peoples’ Union for Civil Liberties(PUCL), Jamaat-e-Islami Hind(Rajasthan unit), NAPM(Rajasthan), Centre for Equity Studies, Pink City Haj and Education Welfare Society, Helping Hands, Bharat Gyan Vigyan Samiti, Soochna ka Adhikar Samiti, Mazdoor Kisan Shakti Sangathan, Rajasthan Asangathit Mazdoor Union and Nirman Evam General Mazdoor Union have urged the Rajasthan government to take up the issue of Ajmer Dargah devotees with the Central government and ensure their shifting to their native places.



They said that if the Central government could arrange shifting of UP students from Kota to their native places, the union government should also make arrangement to rescue the stranded devotees of Ajmer and drop them at their residences safely.

Lockdown: जयपुर में सरकार ने दिहाड़ी मजदूरों को पहुंचाई राहत, 5000 राशन किट बांटे

13 April 2020

संगठनों ने कहा कि दिहाड़ी मजदूरों को दिए गया सूखा राशन अपर्याप्त है. उसकी मात्रा बढ़ाई जाए और उन्हें कम से कम 10 दिन की राशन सामग्री उपलब्ध कराई जायी. सरकार ने जो राशन किट उपलब्ध करवाए हैं. वैसा किट प्रत्येक मजदूर को दिया जाना चाहिए ताकि उसे 10 दिन राशन एक मुश्त प्राप्त हो सके.

Defying order, Rajasthan gov’t allegedly distributes dry ration kit to family instead of all individuals

12 April 2020

After writing to the government of Rajasthan and police authorities there about the communal treatment being given to hawkers in the wake of the coronavirus outbreak that has now been made more of a religion issue than a medical issue, the joint memorandum of organizations comprising PUCL Rajasthan, Center for Equity Studies (Rajasthan), Nirman and General Labour Union, Majdoor Kisan Shakti Sangathan, Rajasthan Asangathit Mazdoor Union, Bharat Gyan Vigyan Samiti, Helping Hands Jaipur, Rajasthan RTI Manch and Jamait-e-Islami Hind have written to the Principal Secretary for Food and Consumer Supplies about the wrong interpretation and implementation of the government order regarding dry rations which was issued on March 23, 2020.

कोरोना वायरसः क्या है राजस्थान का कंटेनमेंट प्लान

6 April 2020

मजदूरों के लिए काम करने वाले राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन के मुकेश गोस्वामी बताते हैं, "हम 11 संस्थाएं मिलकर लोगों को खाना वितरण कर रहे हैं. बाहर से आने वाले मजदूर और शहरों से दूर कच्ची बस्तियों में रहने वाले बंगाल, बिहार, उड़ीसा के लोगों तक सरकारी दावे नहीं पहुंच रहे हैं."

वह कहते हैं, "लोगों को हम 21 मार्च से खाना वितरण कर रहे हैं, लोग परेशान हैं. सरकारी मशीनरी शहरों तक तो एक जगह खाना उपलब्ध करा रही है लेकिन हर किसी भूखे तक उनकी पहुंच नहीं है."

सेठ नहीं दे रहे पैसा, ठेकेदार भी हो गए गायब

27 March 2020

इलाके म कई सामािजक संगठनों ने मजदूरों को खाने की वथा का िजा संभाला है।
मजदूरों को खाना बांटने का काम कर रहे राजथान असंगिठत मजदूर यूिनयन के सहायक
सिचव मुकेश गोामी ने बताया िक िति दन इस े मभोजन के करीब 1500 पैकेट बांटे जा
रहे ह। लेिकन यह भी कम ह। सरकार को इन मजदूरों के िलए थायी इंतजाम करने चािहएं।

भीम : प्रधानमंत्री के नाम पर राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन ने सौंपा ज्ञापन

3 February 2020

भीम कस्बे में सोमवार को राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ज्ञापन

मनरेगा के 14 साल पूरे होने पर राजस्थान में मज़दूरों का कम बजट को लेकर केंद्र सरकार के ख़िलाफ प्रदर्शन

3 February 2020

इस अवसर पर राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन राज्य सचिव बालुलाल ने कहा कि, “केंद्र की मोदी सरकार रोज़गार जैसे अन्य कई बुनियादी मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए सीएए जैसे जुमले लेकर आई है, जिससे लोग इसी में उलझकर रह जाएँ और अपने जायज़ हक की मांग न करें.”

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